हवा का झोंका

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हवा का झोंका मचल जरा बहल जरा तू गिर के फिर संभल जरा हवा का झोंका तो कुदरत का उपहार है यह स्थिर कहां रह पाएगा दिल से तुम हंसना सीखो ...

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